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सितंबर 2025 की दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद Waaree Energy पर ब्रोकरेज फर्म नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने सकारात्मक रुख बनाए रखा है। सोमवार को कंपनी के शेयर सीमित दायरे में कारोबार करते हुए 3,575 रुपये पर खुले और 3,583 रुपये के इंट्राडे हाई तक पहुंचे। लगभग 1 लाख करोड़ रुपये के मार्केट कैप के साथ Waaree Energy भारत की सबसे बड़ी सोलर पीवी मॉड्यूल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी बन चुकी है, जिसकी क्षमता 12 गीगावाट से अधिक है। कंपनी देश के रिन्यूएबल एनर्जी विस्तार में अग्रणी भूमिका निभा रही है।
वित्तीय प्रदर्शन में जोरदार उछाल
दूसरी तिमाही में Waaree Energy का प्रदर्शन उम्मीद से बेहतर रहा। कंपनी का EBITDA साल-दर-साल तीन गुना बढ़कर 14 अरब रुपये पहुंचा, जबकि PAT दो गुना होकर 8.4 अरब रुपये रहा। रेवेन्यू में 70 फीसदी वार्षिक और 37 फीसदी तिमाही वृद्धि दर्ज की गई। इनपुट कॉस्ट में कमी और उत्पादन में तेजी ने कंपनी की ग्रोथ को मजबूत बनाया। इस अवधि में मॉड्यूल प्रोडक्शन 42 फीसदी सालाना और 15 फीसदी तिमाही वृद्धि के साथ 2.6 गीगावाट तक पहुंच गया।
EBITDA मार्जिन और उत्पादन में सुधार
इनपुट लागत में गिरावट और हाई रियलाइजेशन के चलते दूसरी तिमाही का EBITDA मार्जिन सालाना आधार पर 850 बेसिस प्वाइंट और तिमाही आधार पर 65 बेसिस प्वाइंट बढ़ा। कंपनी ने 0.6 गीगावाट सेल उत्पादन हासिल किया, जो कुल क्षमता का 44 फीसदी है। ब्रोकरेज के मुताबिक, दूसरी छमाही में उत्पादन उपयोगिता 80-85 फीसदी तक पहुंचने की संभावना है, जिससे EBITDA मार्जिन में 300-350 बेसिस प्वाइंट तक सुधार हो सकता है।
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FY26 के लिए मजबूत गाइडेंस
Waaree Energy ने वित्त वर्ष 2026 के लिए EBITDA गाइडेंस 55-60 अरब रुपये पर बरकरार रखा है। कंपनी के पास फिलहाल 24 गीगावाट की मजबूत ऑर्डर बुक है, जिसकी वैल्यू लगभग 470 अरब रुपये बताई जा रही है। साथ ही, सरकारी नीतिगत अनुकूलता, GST कटौती और अमेरिका से बढ़ती मांग कंपनी की ग्रोथ में अहम भूमिका निभा रही है।
पूंजी निवेश और बैलेंस शीट की स्थिति
कंपनी ने लगभग 250 अरब रुपये के पूंजी निवेश की योजना बनाई है, जिसके तहत कई नई फॉरवर्ड और बैकवर्ड इंटीग्रेशन क्षमताएं वित्त वर्ष 2026-27 तक शुरू होंगी। इससे अर्निंग्स में स्थिरता आएगी और जोखिम घटेगा। नुवामा के अनुसार, कंपनी का मजबूत ऑपरेटिंग कैश फ्लो हाई कैपिटल एक्सपेंडिचर की जरूरतों को पूरा करेगा। Waaree Energy के पास 51 अरब रुपये का नेट कैश और 50 अरब रुपये से अधिक का वार्षिक EBITDA है, जिससे बैलेंस शीट मजबूत बनी हुई है।
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ब्रोकरेज का नया टारगेट
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने Waaree Energy पर अपनी ‘बाय’ रेटिंग बनाए रखते हुए 12 महीने की अवधि के लिए 4,105 रुपये का टारगेट प्राइस तय किया है। यह अनुमान कंपनी की मजबूत ऑर्डर बुक, लागत नियंत्रण, बेहतर मार्जिन और निरंतर ग्रोथ क्षमता पर आधारित है। Waaree Energy अपने विस्तार योजनाओं और स्थायी वित्तीय प्रदर्शन के दम पर भारत के सोलर सेक्टर में अग्रणी स्थिति बनाए हुए है।
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